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जनवरी, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

💞बुद्ध और प्रार्थना💤

💌अक्सर  ये समझ उत्पन्न होने में समय लग जाता हैं कि व्यक्ति या कोई समय क्यो किसी समस्या या दुःख या फिर सुख के साथ जीते हैं, यह हमेशा ही विशेष वर्ग का अधिकार रहा है, क्यो ? इसके जवाब देने में शायद इतना समय लग जाये कि सादिया बीत जाए फिर भी यह परस्पर वृतालाप का विषय ही बना रहेगा, क्या किसी की मृत्यु किसी के लिए सुख का कारण हो सकती हैं, या फिर कोई किसी की मृत्यु को कितने समय मे स्वयं या अपने लोगो को उबार सकते है, यह सिर्फ वह ही कर पाते है जो अपने कर्मो में सुधार करते है और प्रयास रत रहते है, तो जिसे हम वर्तमान समय कहते है यह कोविड क्या पहले से निर्धारित था, या नही यह तो पुनः परस्पर वृतलाप का विषय है, तो आज हम यह समझ ने की कोशिश करते है कि ये जो समय है यह किस प्रकार से उपयोगी हो सकता हैं, विभिन्न देशों के सहयोग से कई संशोधन के बाद वेक्सीन या दवाओं के उत्पादन हुए है कुछ लोग ठीक हुए और कुछ नही, बहुत सारी प्रार्थना  और तमाम प्रयास क्या सिर्फ प्रार्थना किसी को ठीक कर सकती हैं तो जवाब है नही क्योकि जब भी कोई किसी के लिए प्रार्थना करता है तो वह उसके लिए साधना अपने कहे गए शब्दों से प्राप्त कराने क

😁जीव यात्रा😂

किसी भी मनुष्य या जीव की अपनी यात्रा होती हैं जिसमे उसकी ज़िंदगी बित रही होती हैं कोई कहता है की कमी है और कोई कहता है सब अच्छा है, पर सत्य  सिर्फ कुछ समर्थ के पास होता हैं, तो अब किस अधिकार की बात कोई करता है,में ये समझ और जान कर हैरान हूं कि क्यो कोई उस शिखर पर पहुंच नही पता और कोई क्यो पहुंच जाता हैं, कितना भी प्रयास करें सत्य पर सदैव आवरण ही रहता हैं, क्योकि सत्य वास्तव में सहन नही होता, कोई कैसे देव या दानव बन जाता हैं, कितना ही प्रयास करें पूर्व के रास्ते कैसे दूर हो जाते है क्यो किसी की यात्रा अधूरी रह जाती हैं, ये अधिकार किसके पास है कि वो दिमांग को नियंत्रित कर सके जब कोई यह जान ही नही सका तो विवाद हम करते किससे है,  जब अपने ही जीवन का पता नही तो किसी और कि क्या बात करें खैर यह विवाद सामान्य के लिए नही है और जो इसके जवाबदेही है वो कभी भी न तो सामने आएंगे न ही जवाब देनंगे,। 😂मल्लिका सिंह😁