💌अक्सर ये समझ उत्पन्न होने में समय लग जाता हैं कि व्यक्ति या कोई समय क्यो किसी समस्या या दुःख या फिर सुख के साथ जीते हैं, यह हमेशा ही विशेष वर्ग का अधिकार रहा है, क्यो ? इसके जवाब देने में शायद इतना समय लग जाये कि सादिया बीत जाए फिर भी यह परस्पर वृतालाप का विषय ही बना रहेगा, क्या किसी की मृत्यु किसी के लिए सुख का कारण हो सकती हैं, या फिर कोई किसी की मृत्यु को कितने समय मे स्वयं या अपने लोगो को उबार सकते है, यह सिर्फ वह ही कर पाते है जो अपने कर्मो में सुधार करते है और प्रयास रत रहते है, तो जिसे हम वर्तमान समय कहते है यह कोविड क्या पहले से निर्धारित था, या नही यह तो पुनः परस्पर वृतलाप का विषय है, तो आज हम यह समझ ने की कोशिश करते है कि ये जो समय है यह किस प्रकार से उपयोगी हो सकता हैं, विभिन्न देशों के सहयोग से कई संशोधन के बाद वेक्सीन या दवाओं के उत्पादन हुए है कुछ लोग ठीक हुए और कुछ नही, बहुत सारी प्रार्थना और तमाम प्रयास क्या सिर्फ प्रार्थना किसी को ठीक कर सकती हैं तो जवाब है नही क्योकि जब भी कोई किसी के लिए प्रार्थना करता है तो वह उसके लिए साधना अपने कहे गए शब्दों से प्राप्त कराने क