मानसिक दशा सिर्फ, मनुष्य में ही नहीं होती,बल्कि जीव जंतु और पेड़ पोधो में भी होती हैं,जिस तरह व्यक्ति पर वातावरण असर डालता है,, उसी तरह बाकी पर भी,इसका असर होता हैं, ये कोई व्यक्ति तब समझ पाता है,,जब वो इन से जुड़ा हुआ हो,प्रत्येक का इस प्रकृति में अपना स्थान है पर ये जरूरी नहीं,की सब इसे महसूस कर, सकें, हा काफी हद तक विज्ञान के प्रयोग इसे समझ ते हैं,लेकिन, कुछ ऐसा भी। है, समझ से परे हैं,या ये कहे। की सब के लिए जानना आवश्यक नहीं,,पर मनुष्य जो भी सहायता करते है,,वैसे ही बाकी। प्रकृति भी करती हैं, मल्लिका जैन 😀 अस्तु