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मार्च, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

🔶वर्तमान विज्ञान और धर्म😂

🌟आधुनिकता के विकास के साथ,धर्म भी परिवर्तित होता हैं, अब यदि व्यक्ति स्वयं प्रयास करें तब भी आस पास के वातावरण के साथ कनेक्ट हो सकता हैं,पर यह जरूरी नहीं है, सब वैसे हो, इस बारे में,  " 1 पाने कि इच्छा " इस बात को समझ ने कि कोशिश करते है,की (क्या कोई भी व्यक्ति क्या कर सकता हैं), अपनी इच्छनुसार किस पद,व्यवस्था,आदि, जिसमे जीवन से संबधित सभी आवश्यक सुविधाएं या ये कहे और समझें कि,समुचित विकास के साथ आगे बढ़ना चाहते है,यह ही मात्र सच सभी को प्रतीत होता हैं,और ऐसा है भी, अब जब हम ध्यान से देखे तो इसमें ही कई, बातों को, समावेश हो जाता हैं, इसमें से ही अन्य बातें उत्पन्न होती हैं, जिसे हम सब सफलता के नाम या जीत या विकास आदि कई नामों से जानते और समझते है, जिससे प्रतिस्पर्धा उत्पन्न होती हैं और इसे समाज आसानी से स्वीकार करता है जबकि इसमें छिपी बातों को, समझ नहीं पाते। (इसमें, मानव विकास की वह श्रृंखला जुड़ जाती हैं,जिसे लोग अक्सर विज्ञान के परिवर्तन से और जन्म से समझ ने कि कोशिश भी करते है) 👍 जिनमे ये बाते अनायास ही शामिल हो जाती हैं 2 दुर्भावना 3 दूषित मानस भावना, आलस्य, निष्क्रियत